मोदी इस्तीफ़ा देने वाले हैं? उम्र पर उठ रहे सवालों की सच्चाई

मोदी इस्तीफ़ा देने वाले हैं? उम्र पर उठ रहे सवालों की सच्चाई


हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर एक अफवाह तेजी से वायरल हुई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब उम्र पूरी होने के कारण इस्तीफ़ा देने वाले हैं।

कई लोग व्हाट्सऐप फॉरवर्ड और कुछ यूट्यूब वीडियो देखकर यह मान भी बैठे हैं।

लेकिन हकीकत क्या है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।


अफवाह की जड़ कहाँ है?

भाजपा में एक समय “75 साल की उम्र” को लेकर चर्चा रही थी कि इस उम्र के बाद नेता सक्रिय राजनीति से हट सकते हैं।

इसी वजह से कई लोग यह मान लेते हैं कि नरेंद्र मोदी भी 75 साल के होते ही इस्तीफ़ा देंगे।

यह भ्रम सोशल मीडिया पर “हाफ़ ट्रुथ” (आधा सच) के रूप में फैलता गया।


संविधान क्या कहता है?

संविधान में प्रधानमंत्री की अधिकतम उम्र की कोई सीमा तय नहीं है।

प्रधानमंत्री बनने के लिए केवल ये शर्तें लागू होती हैं:

व्यक्ति भारत का नागरिक हो।

संसद का सदस्य हो (लोकसभा: 25 वर्ष, राज्यसभा: 30 वर्ष न्यूनतम आयु)।

मतलब अगर कोई 90, 100 या 110 साल का भी सांसद है तो वह प्रधानमंत्री बन सकता है।

दुनिया में कई ऐसे उदाहरण हैं जहाँ नेता 80–90 साल की उम्र में सत्ता में रहे।


भाजपा की “75 साल” वाली पॉलिसी का सच

2014 के बाद जब कुछ वरिष्ठ नेताओं (जैसे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी) को एक्टिव पॉलिटिक्स से दूर रखा गया, तब यह बात फैली कि भाजपा में 75 साल की उम्र की सीमा है।

लेकिन भाजपा नेताओं (अमित शाह समेत) ने कई बार साफ किया कि यह कोई लिखित नियम नहीं है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी स्पष्ट कहा: “हमने कभी नहीं कहा कि हर कोई 75 के बाद रिटायर हो जाए।”


नरेंद्र मोदी की वर्तमान स्थिति

नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ था।

सितंबर 2025 तक उनकी उम्र 75 वर्ष हो चुकी है।

लेकिन न तो भाजपा की कोई आधिकारिक नीति है और न ही संविधान में कोई बाधा है जो उन्हें पद छोड़ने को मजबूर करे।

वे फिलहाल सक्रिय राजनीति में हैं और प्रधानमंत्री पद पर बने रहने में कोई संवैधानिक अड़चन नहीं है।

अंतरराष्ट्रीय तुलना

महाथिर मोहम्मद (मलेशिया) 92 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने।

जो बाइडेन (अमेरिका) 82 वर्ष की उम्र में राष्ट्रपति बने और अभी भी पद पर हैं।

यह दिखाता है कि उम्र राजनीति में केवल व्यावहारिक बाधा हो सकती है, संवैधानिक नहीं।

निष्कर्ष

यह दावा कि “मोदी उम्र पूरी होने के कारण इस्तीफ़ा देंगे” पूरी तरह से झूठी और बेबुनियाद अफवाह है।

संविधान में कोई आयु सीमा नहीं है।

भाजपा की ओर से भी ऐसा कोई नियम नहीं है।

असलियत में यह खबर केवल क्लिकबेट है, जिस पर लोग बिना जांचे-परखे भरोसा कर लेते हैं।

👉 इसलिए ऐसे किसी भी दावे को शेयर करने से पहले तथ्य जरूर जांचें।

⚡ सुझाव: आप चाहें तो इस आर्टिकल के अंत में “Fact-Check Verdict” बॉक्स डाल सकते हैं, जैसे:

✅ वेरडिक्ट: फेक न्यूज़ — मोदी इस्तीफ़ा देने वाले नहीं हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post